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सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में,



     कबीरा जब हम पैदा हुये,

जग हँसे हम रोय,

ऐसी करनी कर चलो,

हम हँसे जग रोय,

तीन लोक नव खंड में,

गुरु से बड़ो ना कोय,

प्रभु कहे सो टल सके,

पण (पर) गुरु कहे सो होए।

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सारे तीर्थ धाम आपके चरणों में,

हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में,

(हे गुरु देव प्रणाम आपके चरणों में )


सारे तीरथ धाम आपके चरणों में | 

Sare Tirath Dham Apke Charno Mein Lyrics

सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में ।

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।। 2


हृदय में माँ गौरी लक्ष्मी,

कंठ शारदा माता है।

जो भी मुख से वचन कहें,

वो वचन सिद्ध हो जाता है ।। ३ 


हैं गुरु ब्रह्मा, हैं गुरु विष्णु,

हैं शंकर भगवान आपके चरणो में,

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।।


जनम के दाता मात पिता हैं,

आप करम के दाता हैं ।

आप मिलाते हैं ईश्वर से,

                              आप ही भाग्य विधाता हैं ।।                    ४ 


दुखिया मन को रोगी तन को,

मिलता है आराम आपके चरणो में,

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।।


निर्बल को बलवान बना दो,

मूर्ख को गुणवान प्रभु ।

‘देवकमल’ और ‘वंसी’ को भी

                         ज्ञान का दो वरदान गुरु ।।                    ५ 


हे महा दानी हे महा ज्ञानी,

रहूँ मैं सुबहो श्याम आपके चरणो में,

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में ।।         6 


।। दोहा ।।

कर्ता करे न कर सके,

पर गुरु करे सब होय,

सात द्वीप नौ खंड में,

गुरु से बड़ा ना कोय।।


मैं तो सात समुन्द्र की मसि करूं,

लेखनी सब बनरा,

सब धरती कागज़ करूँ,

पर गुरु गुण लिखा ना जाए।।


सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,

हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।

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