मैं आस लगाए बैठी हूँ गणराज मेरे घर आ जाना - 3
मैं चन्दन तिलक लगाउंगी मोतियन के हार पहनाऊँगी- 2
और माथे मुकुट पहनाऊँगी
गणराज मेरे घर आ जाना
मैं आस लगाए बैठी हूँ गणराज मेरे घर आ जाना-2
मैं लड़ड़ भोग लगाऊंगी और दब घास भी चढठाऊंगी
तेरी महिमा के गण गाऊंगी गणराज मेरे घर आ जाना
मैं आस लगाए बैठी हूँ गणराज मेरे घर आ जाना
रिद्धि सिद्धि के दाता हो तम ही तो भाग्य विधाता हो
शुभ लाभ को देने वाले हो गणराज मेरे घर आ जाना
मैं आस बैठी हूँ गणराज मेरे घर आ जाना...
तेरी महिमा के गण गाऊंगी गणराज मेरे घर आ जाना
मैं आस बैठी हूँ गणराज मेरे घर आ जाना...